8. To Chivvy By Michael
Rosen
Ask yourself as well as your partner: अपने आप से और अपने साथी से भी
पूछो: Do you like to be always told what to do or not to do? क्या तुम्हें अच्छा लगता है जब कोई
तुम्हें हमेशा बताता है कि क्या करना है और क्या नहीं करना है? Do grown-ups do this, in your experience? क्या तुम्हारे अनुभव में बड़े लोग
ऐसा करते हैं?
When Michael was
five years old, his mother took him to a nearby school for admission. जब माइकल पाँच साल का था, उसकी माँ उसे पास के स्कूल में दाखिले के लिए ले गई। The teacher asked, “What does your mother call you at
home, child?” शिक्षक ने
पूछा, “बेटा, तुम्हारी माँ तुम्हें घर पर क्या
कहकर बुलाती है?” “Michael Don’t,” came the confident reply. “माइकल डोंट,” आत्मविश्वास से जवाब आया।
Note: To chivvy is
to nag, “to continuously urge someone to do something, often in an annoying
way”, according to the dictionary. 'To Chivvy' का अर्थ है बार-बार किसी को कुछ
करने के लिए कहना, अक्सर परेशान करने वाले तरीके से।
👉 यह
उत्तर दर्शाता है कि उसकी माँ उसे अक्सर “Michael, don’t do this” या
“Michael,
don’t do that” कहती रहती थी। यानी वह हमेशा उसे
किसी न किसी काम से रोकती रहती थी।
8. To Chivvy By Michael
Rosen
Grown-ups say things like:
बड़े लोग ऐसी बातें कहते हैं:
Speak up
जोर से बोलो
Don’t talk with your mouth full
मुँह में खाना होने पर बात मत करो
Don’t stare
घूरो मत
Don’t point
उंगली मत दिखाओ
Don’t pick your nose
नाक मत कुरेदो
व्याख्या: यह कविता
बच्चों को दी जाने वाली लगातार हिदायतों और टोका-टोकी पर आधारित है। कवि शिकायत करता है कि बड़े लोग बच्चों को बार-बार टोकते
हैं। वे कहते हैं: बोलो, मुँह में
खाना हो तो बात मत करो, घूरो मत, किसी की ओर
उंगली मत दिखाओ, नाक में उंगली मत डालो,
कवि यह दर्शाता है कि उसकी माँ ने उसे बहुत बार टोका है और
यह लगातार डाँट-फटकार उसे परेशान करती रही है। यह कविता बच्चों की उस भावना को
उजागर करती है जब वे खुद को स्वतंत्र रूप से व्यक्त नहीं कर पाते क्योंकि बड़े
उन्हें हर बात पर रोकते हैं।
Sit up
सीधे बैठो
Say please
कृपया कहो
Less noise
कम शोर करो
Shut the door behind you
दरवाज़ा बंद करके आओ
Don’t drag your feet
पैर घसीट कर मत चलो
Haven’t you got a hankie?
तुम्हारे पास रुमाल नहीं है क्या?
Take your hands out of your pockets
जेब से हाथ बाहर निकालो
व्याख्या :-कवि कुछ और उदाहरण जोड़ता है जहाँ
माता-पिता बच्चों को बार-बार निर्देश देते हैं। वे कहते हैं: सीधे बैठो, किसी से बात करते समय “कृपया” कहो, शोर मत करो, दरवाज़ा बंद करके आओ , पैर घसीट कर मत चलो, माँ उससे पूछती है कि क्या उसके
पास रुमाल नहीं है और यह भी कहती है कि वह अपनी जेब से हाथ बाहर निकाले।
यह सब बातें बच्चों को बार-बार सुननी पड़ती हैं, जिससे वे परेशान हो जाते हैं। कवि यह दिखाना चाहता है कि
बड़े लोग बच्चों को हर बात पर टोकते हैं, जिससे बच्चे
खुद को स्वतंत्र महसूस नहीं कर पाते। यह कविता बच्चों की भावनाओं को उजागर करती है, जो अक्सर बड़ों की बातों से दब जाती हैं।
Pull your socks up
मोज़े ठीक से पहन लो,
Stand up straight
सीधे खड़े हो जाओ
Say thank you
धन्यवाद कहो
Don’t interrupt
बात बीच में मत काटो,
No one thinks you’re funny
कोई नहीं सोचता कि तुम मज़ेदार हो
Take your elbows off the table
कोहनियाँ मेज़ से हटाओ
व्याख्या: यह पंक्ति कविता में उस भाव को दर्शाती है जब कवि लगातार
डाँट-फटकार से परेशान हो जाता है। उसकी माँ बार-बार उसे निर्देश देती है: मोज़े ठीक से पहन लो, सीधे खड़े
हो जाओ, दूसरों को “धन्यवाद” कहो, जब कोई बात
कर रहा हो तो बीच में मत बोलो, कोई नहीं
सोचता कि तुम मज़ेदार हो, मेज़ पर कोहनियाँ मत रखो,
कवि इन बातों से दुखी है क्योंकि उसे लगता है कि उसकी माँ
हर छोटी बात पर टोका-टोकी करती है।
Can’t you make your own mind up about anything?
क्या तुम किसी बात पर अपना खुद का निर्णय नहीं ले सकते?
व्याख्या :- अंत में, वह उसे ताना मारती है कि वह किसी
भी बात पर खुद निर्णय नहीं ले सकता और हमेशा उलझन में रहता है। यह कविता बच्चों की
उस भावना को उजागर करती है जब वे बड़े लोगों की लगातार हिदायतों से थक जाते हैं।
माँ की बातों में प्यार तो है, लेकिन उनका तरीका बच्चे को परेशान
कर देता है।